SHOPPING MALL VASTU

*शॉपिंग मॉल का वास्तु*

शॉपिंग मॉल का वास्तु बहुत महत्वपूर्ण है क्योंकि यह केवल व्यवसाय की सफलता को प्रभावित करता है बल्कि ग्राहकों की संख्या और सकारात्मक ऊर्जा को भी बढ़ाता है। एक मॉल में कई दुकानें, फ़ूड कोर्ट, मल्टी स्क्रीन थिएटर, बच्चों का प्ले एरिया और पार्किंग जैसी सुविधाएं होती हैं। इन सभी के सही स्थान और दिशा का निर्धारण वास्तु सिद्धांतों के अनुसार करना चाहिए।

 

*1. भूमि का चयन:*

आकार: भूमि आयताकार या वर्गाकार होनी चाहिए।

ढलान: दक्षिण पश्चिम से उत्तर पूर्व दिशा में ढलान शुभ मानी जाती है।

स्थान: मुख्य सड़क के पास और चारों ओर खुला स्थान होना चाहिए।

*2. मुख्य प्रवेश द्वार:*

दिशा: पूर्व, उत्तर या उत्तर-पूर्व में मुख्य द्वार होना श्रेष्ठ होता है।

प्रवेश: दरवाजा बड़ा और आकर्षक होना चाहिए ताकि सकारात्मक ऊर्जा अंदर सके।

सजावट: प्रवेश द्वार पर सुंदर पौधे और प्रकाश का उचित प्रबंध करें।

*3. दुकानों की व्यवस्था:*

बड़े शोरूम: दक्षिण-पश्चिम दिशा में बड़े ब्रांड या प्रमुख दुकानों को स्थान दें।

छोटी दुकानें: उत्तर या पूर्व दिशा में छोटी दुकानों को रखना उचित है।

कैश काउंटर: उत्तर दिशा की ओर मुख करके होना चाहिए।

*4. फ़ूड कोर्ट और रेस्टोरेंट:*

दिशा: दक्षिण-पूर्व (अग्नि कोण) में फ़ूड कोर्ट होना शुभ है।

रसोई: दक्षिण-पूर्व में किचन रखें और कुकिंग करते समय पूर्व दिशा की ओर मुख रखें।

*5. मनोरंजन और थिएटर गेमिंग जोन:*

दिशा: पश्चिम या दक्षिण में सिनेमा हॉल और गेमिंग जोन होना चाहिए।

*ध्वनि प्रबंधन (Acoustics):* उचित ध्वनि रोधन  का प्रबंध करें ताकि शोरगुल नियंत्रित रहे।

*6. सीढ़ियाँ और एस्केलेटर:*

स्थान: दक्षिण या पश्चिम दिशा में सीढ़ियाँ और एस्केलेटर हों।

दिशा: सीढ़ियाँ दक्षिण से उत्तर या पश्चिम से पूर्व दिशा की ओर चढ़नी चाहिए।

*7. पार्किंग क्षेत्र:*

   *Aभूमितल पर:*

दिशा: उत्तर या पूर्व दिशा में पार्किंग होना चाहिए।

प्रवेश और निकास: सुगम और चौड़े रास्ते होने चाहिए।

   *B बेसमेंट में:*

     पार्किंग अथवा किसी अन्य कारण से भी यदि बेसमेंट बनाएं तो वे या तो उत्तर या पूर्व दिशा में हो अथवा पूरी बिल्डिंग के नीचे होनी चाहिए। यह 2 या 3 फ्लोर की भी हो सकती है, बस ध्यान इतना रखना चाहिए की फ्लोर का ढाल SW से NE की ओर रहे।

*इंटेक वेल:* बेसमेंट के ड्रेनेज के लिए इंटेक वेल ईशान कोण में ही बनाना चाहिए।

8. प्रबंधन कक्ष और ऑफिस:

दिशा: दक्षिण-पश्चिम दिशा में प्रबंधन और प्रशासनिक कक्ष होना चाहिए।

मुख्य अधिकारी का कक्ष: दक्षिण-पश्चिम में होना चाहिए और बैठने की दिशा उत्तर या पूर्व होनी चाहिए।

9. सजावट और प्रतीक चिह्न:

फव्वारे और जलस्रोत: उत्तर-पूर्व में शुभ माने जाते हैं।

*मूर्तियाँ और शोपीस:* मंगलकारी प्रतीकों का उपयोग करें जैसे गणेश जी या लक्ष्मी जी।

 

वास्तु शास्त्र का सही अनुपालन शॉपिंग मॉल में सकारात्मक ऊर्जा, व्यापार में वृद्धि और समृद्धि लाता है। उचित दिशाओं और निर्माण सिद्धांतों का पालन करके मॉल की व्यापारिक सफलता भी सुनिश्चित की जा सकती है।

 

*डॉ अनिल कुमार वर्मा*

*चार्टर्ड इंजीनियर, वास्तु/ GS कंसल्टेंट*

*भिलाई, छत्तीसगढ़*

Comments

Popular posts from this blog